Tuesday, 13 September 2016
Positive Control
ॐ चक्र साधना शिविर
ध्यान गुरु अर्चना दीदी की पावन उपस्थिति में नोएडा स्टेडियम में आयोजित ॐ चक्र साधना शिविर
8 से 11 सितम्बर 2016, ध्यान गुरु अर्चना दीदी की दिव्य उपस्थिति में नोएडा स्टेडियम में ॐ चक्र साधना शिविर का विशेष आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली, द्वारका, फरीदाबाद तथा नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों से साधकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
दीदी ने चक्र साधना के रहस्य उद्घाटित किए तथा साधकों को चक्र सक्रियकरण का अनुभव कराकर कृतार्थ किया।
दीदी ने साधकों को संबोधित करते हुए चक्र साधना के जीवन में लाभ पर भी प्रकाश डाला। साधना के साथ साथ साधकों को प्राणायाम, यौगिक क्रियाओं एवं हास्य का भी अभ्यास कराया गया।
ध्यान की इन सरल एवं प्रभावशाली विधियों द्वारा दिव्य अनुभूति प्राप्त कर सभी आनंदित हो उठे। भाव विभोर हो साधकों ने दीदी से दीक्षा प्राप्त करने, सेवा व साधना में आगे बढ़ने तथा संस्था की गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए विशेष रुचि दिखाई।
नोएडा में साधकों का एक ऐसा समूह बनने का प्रस्ताव भी रखा गया जो नोएडा में मासिक रूप में एकत्रित होकर ध्यान की धारा प्रवाहित कर सकें।
नोएडा के शिविर के सफल आयोजन में दीदी के चरणों में जिन साधकों की अहम् भूमिका रही:
श्री ओ. पी. अनेजा, श्री दिनेश भारद्वाज (रिज़र्वेशन सुपर्वाइज़र, भारतीय रेल), सी. ए. राकेश सोनी (स्व नियोजित), सी. ए. वाई. के. गुप्ता (सेवारत), श्रीमती नीना यादव (रिजर्वेशन सुपर्वाइज़र भारतीय रेल), श्रीमती निशा सिंघल (सेवारत- टैक्नेट ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड)।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि रहे:
सिटी मजिस्ट्रेट श्री बच्चू सिंह जी, प्रोजेक्ट इन्जीनियर नोएडा ओथोरिटी श्री एस. सी. मिश्रा जी, आर. डब्ल्यू. ए. अध्यक्ष श्री एन. पी. सिंह जी, कस्टम एंड एक्साइज कमिश्नर श्री आर. के. सक्सेना जी इत्यादि।
Sunday, 11 September 2016
REASONS OF STRESS AMONG STUDENTS
though might prove fruitful later on makes the students face a lot of tension which ultimately leads to STRESS.
necessary to work effectively and attain goals. As in the case of students, they need to perform in different examinations and also in different assets of life which pushes them in the hands of stress. With such chaos going on in their mind they further perform bad which stresses them more.
take out time from their schedules to just and spend time with themselves. You will be surprised to know how easily you unburden yourself when you sit with your eyes closed, keeping all thoughts out. The chanting of the word OM is also a mind soother.