Friday, 7 July 2017

GURU PURNIMA MAHOTSAV

स्नेहिल आमंत्रण

गुरु पूर्णिमा महोत्सव

गुरु पूर्णिमा गुरु शिष्य के स्नेहिल सम्बन्ध का वह महत्वपूर्ण पर्व है जिसकी शिष्य वर्ष भर प्रतीक्षा करते हैं।
प्रतिमाह शुक्लपक्ष प्रतिपदा से चन्द्रमा अपनी एक - एक कला को बढ़ाता हुआ पूर्णिमा के दिन
16 कलाओं से युक्त हो जाता है। अतः पूर्णिमा के दिन गुरु के दर्शन अति उत्तम माने जाते हैं ।
उसमें भी आषाढ़ की पूर्णिमा वह पावन तिथि है जिसे गुरुपूर्णिमा कहा जाता है । गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के दर्शन, पूजन, वन्दन वह दुर्लभ क्षण हैं जो शिष्य को अपूर्णता से पूर्णता की ओर ले जाते हैं तथा गुरु शिष्य संबन्ध को और प्रगाढ़ करते हैं।
इस दिन गुरु पूजन हमारी प्राचीन गौरवपूर्ण परम्परा है। इस दिन गुरु ब्रह्मा, विष्णु, महेश सभी दैवी शक्तियों से सम्पन्न होकर अपने दिव्य स्वरूप में स्थित होते हैं।

ध्यान गुरु "अर्चना दीदी" के दिव्य सान्निध्य में 9 जुलाई 2017 को
आयोजित यह गुरु पूर्णिमा महोत्सव अति विशेष है। यह अवसर है दीदी की कृपा वर्षा में भीग कर सौभाग्य जागृत करने का, दीदी के दिव्य स्वरूप के दर्शन कर पवित्र होने का, सद्गुरु के रूप में दीदी जैसी दिव्य आत्मा को पाकर उनके प्रति आभार अभिव्यक्त करने का। यह अवसर है दीदी के चरण कमलों में श्रद्धा सुमन अर्पित करने का। यह अवसर है अपने आंतरिक कल्मषों  से मुक्त होने के लिए गुरु से प्रार्थना करने का । यह अवसर है आत्म चिंतन, आत्म मंथन , आत्मविश्लेषण तथा आत्म सुधार का ।
यह अवसर है समस्त त्रुटियों व अपराधों के लिए गुरु से क्षमा प्रार्थना का।

यद्यपि सदैव ही ध्यान गुरु अर्चना दीदी की अलौकिक छवि के दर्शन मात्र से उस परम की झलक मिलने लगती है । किन्तु गुरु पूर्णिमा के पावन दिन दीदी का दर्शन पूजन, मानो जन्म जन्मान्तरों के पुण्यों का फल है।

इस शुभ दिन हमें दीदी की उपस्थिति में ध्यान का दुर्लभ अवसर मिल रहा है । इससे बढ़कर सौभाग्य भला क्या होगा !!!

आइये इस महोत्सव में सम्मिलित होकर इन दुर्लभ, दिव्य, अविस्मणीय क्षणों का पूर्ण लाभ प्राप्त करें।

कार्यक्रम विवरण

दिनांक :  9 जुलाई 2017, रविवार
समय :  सायं 6:00 से 8:00

स्थान : सनातन धर्म मन्दिर लाजपत नगर III
दिल्ली

आप अभी सपरिवार सादर आमंत्रित हैं।

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