Thursday, 28 February 2019

महाशिवरात्रि



महाशिवरात्रि

                        परम श्रद्धेय “ अर्चना दीदी “ का दिव्य संदेश ।

हम में से प्रत्येक व्यक्ति यह मानता है कि कहीं कोई अज्ञात सत्ता, कोई अज्ञात शक्ति है जो इस संपूर्ण सृष्टि को नियंत्रित कर रही है । कहीं न कहीं कुछ रहस्य है, कोई शक्ति है, कोई सत्ता है जो शाश्वत है, जो हमारे मन एवं बुद्धि से परे है ।

यह सृष्टि किसी शक्ति से संचालित है । नदियाँ, पहाड़, वन, अंतरिक्ष आदि – इस विशाल सृष्टि के नियामक है । सृष्टि  में इतने जीव जन्तु हैं – उनका जन्म होता है, वह जीवन धारण करते हैं, फिर मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं । कौन है जो यह व्यवस्था करता है । कौन है वह अज्ञात शक्ति ।

जीवन में बहुत कुछ हमारे हाथ में होता है, हम अपने कर्म एवं परिश्रम से बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं किंतु बहुत से आयामों में हम विवश होते हैं, जीवन की बहुत सी ऐसी पहेलियाँ होती हैं जिनका उत्तर हम खोज नहीं  पाते । तब हम उस अज्ञात सत्ता से प्रार्थना करते हैं, हमारा अहंकार विगलित होता है तथा हमारे सिर उसके चरणों में झुक जाता है ।

उस अज्ञात शक्ति को हमने विभिन्न नामों से पुकारा, विभिन्न रूपों में ध्यान किया । उसी एक शक्ति को हम ईश्वर, परमात्मा, भगवान, अल्लाह, खुदा, परमेश्वर, वाहेगुरु आदि विभिन्न नामों से पुकारते हैं । कोई उस सत्ता को निराकार रूप में, प्रकाश स्वरूप में, ज्योति स्वरूप में विश्वास रखता है तो कोई उसे साकार रूप में भजता है ।

वह सत्ता सर्वव्यापक है, सर्वशक्तिमान है, सर्वोच है, सूक्ष्म है वही हमारे जन्म तथा मरण को नियंत्रित करती है । उसे ही हम माता–पिता, भाई बन्धु कहकर पुकारते हैं ।

हिंदू धर्म में उसके जन्म देने वाले स्वरूप को ब्रह्मा, पोषण देने वाले रूप को विष्णु तथा संहारक रूप को महेश कहा गया है | ब्रह्मा – विष्णु – महेश उसी के स्वरूप हैं | भगवान राम, भगवान कृष्ण, माँ दुर्गा आदि अनेक-अनेक देवी देवताओं की पूजा का प्रचलन हिंदू धर्म में हुआ । दूसरी ओर उसके ज्योतिस्वरूप, निराकार व निर्गुण रूप के मानने वाले सम्प्रदाय भी हैं । इसी प्रकार विभिन्न धर्मो में उसके प्रतीक महावीर स्वामी, जीज़स, वाहेगुरु आदि स्वरूपों की पूजा का प्रचलन हुआ।

किसी भी रूप की पूजा करें, किसी का भी ध्यान करें, किसी भी मंत्र का जाप करें, वह शक्ति एक ही है । जल बर्फ के रूप में हो अथवा विष्णु के रूप में, वह जल ही है । इसी प्रकार स्वरूप कुछ भी हो, शक्ति एक ही है । उन्हीं विभिन्न नामों तथा रूपों में एक नाम शिव भी है ।शिव अर्थात कल्याण ।उस शक्ति को, कल्याण करने वाले स्वरूप को हम शिव के रूप में पूजते हैं ।सत्य शिव सुंदर उसी का रूप है । वह सत्य है , परम सत्य है ; शिव अर्थात कल्याण करता  है तथा परम सुंदर, पूर्ण है । उस शिव स्वरूप की  शिवलिंग के रूप में आराधना का विशेष दिवस है शिवरात्रि ।

ईश्वर के विभिन्न रूपों की आराधना का अपना विशेष महत्व है किंतु नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार कुछ तिथियाँ, कुछ दिवस ऐसे होते हैं कि यदि उन तिथियों में ईश्वर के उस विशेष स्वरूप की आराधना की जाए तो उनका विशेष फल होता है | जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की आराधना, नवरात्रों में शक्ति आराधना, बुद्ध जयन्ती के दिन बुद्ध की पूजा, महावीर जयन्ती के दिन महावीर की आराधना ------ इसका अपने विशेष महत्व है | इन दिनों में स्वरूप विशेष की उपासना कर हमे उसके और निकट हो जाते हैं तथा उसकी कृपाओं के पाने के अधिकारी बन जाते हैं |

इसी श्रृंखला में शिवरात्रि के दिन भगवन शिव की उपासना का विशेष महत्व है । उपासना का अर्थ ही है निकट बैठना – उप + आसन । उप अर्थात – निकट आसन अर्थात बैठना । इस विशेष तिथि में श्रद्धापूर्वक जब हम पूजा करते हैं तो ईश्वर के और निकट हो जाते हैं तथा निकट होते ही उसका प्रतिबिम्ब हमारे भीतर  झलकने  लगता है । उस परम सत्ता के गुणों का कुछ अंश हमारे भीतर भी प्रवेश करने लगता है | चेतना की अह्वर्गति होने लगती है |

शिवरात्रि की पावन वेला में, पावन दिवस पर आप सभी के लिए बहुत बहुत आशीर्वाद । आपके जीवन, घर – परिवार में प्रेम शांति तथा प्रसन्नता की वृद्धि हो । आपकी साधना, भक्ति तथा ज्ञान आगे बढ़े । जिस प्रकार शिवलिंग पर कलश के माध्यम से जल की धारा निरंतर अर्पित होती रहती है, उसी प्रकार आपके मन की धारा निरंतर ईश्वर की ओर प्रवाहित हो तथा आप ईश्वर की कृपाओं को पाने के अधिकारी बनें ।

Saturday, 28 July 2018

Shivoham Chakra Saadhna Shivir Surat 2018

An oppurtunity to learn & experience the power of meditation under the guidence of renowned MeditationGuru 'ArchnaDidi'*.

Benefits Of Shivoham Meditation:

1) Activation & balancing of all the seven chakras

2) Unity with Supreme power & Enlightement.

3) Reduces stress on all the are of life.

4) Improves Intution, memory & cognitive function.

5) Improves Metabolism,power & engery level.

6) Improves Physical & mental health.

7) Success in Sprititual & Materialistic Life.

8) Improvement in concentration, divine brilliance & deeper intellect.

Entry by registration only. For registration contact -+91-9999303130 & 9327332890. Limited Seats! 

Sunday, 15 July 2018

Rudra Abhishek ( Shivoham Chakra Saadhna Shivir )

रुद्राभिषेक से क्या क्या लाभ मिलता है ?

शिव पुराण के अनुसार किस द्रव्य से अभिषेक करने से क्या फल मिलता है अर्थात आप जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु रुद्राभिषेक करा रहे है उसके लिए किस द्रव्य का इस्तेमाल करना चाहिए का उल्लेख शिव पुराण में किया गया है उसका सविस्तार विवरण प्रस्तुत कर रहा हू और आप से अनुरोध है की आप इसी के अनुरूप रुद्राभिषेक कराये तो आपको पूर्ण लाभ मिलेगा।

जल से रुद्राभिषेक करने पर —               वृष्टि होती है।

कुशा जल से अभिषेक करने पर —        रोग, दुःख से छुटकारा मिलती है।

दही से अभिषेक करने पर —                  पशु, भवन तथा वाहन की प्राप्ति होती है।

गन्ने के रस से अभिषेक  करने पर —     लक्ष्मी प्राप्ति
मधु युक्त जल से अभिषेक करने पर — धन वृद्धि के लिए।

तीर्थ जल से अभिषेकक करने पर —     मोक्ष की प्राप्ति होती है।

इत्र मिले जल से अभिषेक करने से —     बीमारी नष्ट होती है ।

दूध् से अभिषेककरने से   —                   पुत्र प्राप्ति,प्रमेह रोग की शान्ति तथा  मनोकामनाएं  पूर्ण
गंगाजल से अभिषेक करने से —             ज्वर ठीक हो जाता है।

दूध् शर्करा मिश्रित अभिषेक करने से — सद्बुद्धि प्राप्ति हेतू।
घी से अभिषेक करने से —                       वंश विस्तार होती है।

सरसों के तेल से अभिषेक करने से —      रोग तथा शत्रु का नाश होता है।

शुद्ध शहद रुद्राभिषेक करने से   —-         पाप क्षय हेतू।

इस प्रकार शिव के रूद्र रूप के पूजन और अभिषेक करने से जाने-अनजाने होने वाले पापाचरण से भक्तों को शीघ्र ही छुटकारा मिल जाता है और साधक में शिवत्व रूप सत्यं शिवम सुन्दरम् का उदय हो जाता है उसके बाद शिव के शुभाशीर्वाद सेसमृद्धि, धन-धान्य, विद्या और संतान की प्राप्ति के साथ-साथ सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाते हैं।

Stress Free Chakra Meditation USA 2018

*STRESS FREE CHAKRA MEDITATION*  

The gateway to physical, mental and spiritual excellence.

*Meditation Guru "ARCHNA DIDI"* is one of the most renowned spiritual masters of all time from India and has addressed over 500 meditation workshops across the world. " DIDI " is a modern day mystic and a divine mentor with whom life becomes a Celebration.

Explore ceaseless happiness, in exhaustible energy, peace, tranquillity and bliss while meditation with the master.

The time has come to Experience this Personally.

25th Aug and 26th Aug 2018
Time 09:30 am to 12:00 noon

Location :- Impact Conference Center, Global Mall , 5675,
Jimmy Carter Blvd. , Norcross, GA 30071, USA

Come Lets Meditate with the Master and Celebrate This Journey called LIFE.

*Salient Features.*

Practical experience of meditation with the master

Understand the importance of Science of Meditation

Simple yet powerful and practical meditation techniques drawn from ancient yogic traditions

Techniques to take you to deeper state of inner peace and deep relaxation

Practices that brings emotional stability and inner dynamism

Stress and relationship management

Get the key to everlasting happiness and much more

Sunday, 10 June 2018

BLOOD DONATION CAMP July 2018

BLOOD DONATION CAMP
for
ARMED SERVICES under the divine presence of Meditation Guru, " ARCHNA DIDI"

Date :- 8th July 2018
BLOOD DONATION CAMP

Time :- 9:00 am

Venue :- ARMED FORCES TRANFUSION CENTRE,  SADAR BAZAR, Delhi Cantonment, New Delhi...

This Blood Donation Camp is for our Armed Service Professionals those who are always ready to sacrifice their lives for our Safety. This is a small initiative to help them.

Kindly share your names. Its a initiative thought by our  *Grand Master Meditation Guru "ARCHNA DIDI "* to do something for our Armed Service Professional... lets join hands and come  together for this noble cause.

Wednesday, 30 May 2018

CROWN CHAKRA Meditation

*SAHASRARA CHAKRA MEDITATION* 


(Special Chakra Meditation Session) 


Enter the mysterious world of subtle centres of energy called Chakras! The top of the head is called the Seventh Chakra or the Sahasrara Chakra. It is also known as the Thousand Pettaled Lotus. This chakra is called the door to salvation. It is also called as Brahmarandhra or the centre of million rays because this region radiates like Sun. A person remains seeking joy whole of his life and this Chakra is the storehouse of bliss. 

*Benefits of Sahasrara Chakra Sadhana Camp*: - 


The ultimate strength to fight the unnecessary stress, frustration in day to day life 

# Assistance in the treatment of depression

# Experience of perfection in life. End of discontentment and complete termination of imperfections

# Achievement of self-knowledge

# Synthesis of consciousness with supreme consciousness.

 *Pivotal Point* The divine presence of internationally acclaimed #Meditation Guru #Archna Didi.